विषय
- #फ़िल्म
- #एलियन+इंसान पार्ट 2 की प्रशंसा और नकारात्मक पहलुओं का विवरण
- #최동훈
- #एलियन+इंसान पार्ट 2 के फायदे और नुकसान की तुलनात्मक व्याख्या
रचना: 2024-01-17
रचना: 2024-01-17 17:16
**2022 में रिलीज़ हुई ‘एलियनॉइड पार्ट 1’ (Alienoid, 2022) दक्षिण कोरियाई फिल्म उद्योग और निर्देशक चोई डोंग-हून के लिए एक आपदा जैसी फिल्म थी।** इस फिल्म का सटीक बजट तो ज्ञात नहीं है, परन्तु इसे 70 मिलियन से ज़्यादा दर्शकों को आकर्षित करना पड़ता ताकि यह अपने निर्माण और विपणन लागत को वसूल पाती। सिनेमाघरों में इस फिल्म को केवल 1 मिलियन से थोड़ा ज़्यादा दर्शक देख पाए, जिससे भारी नुकसान हुआ।
**निर्देशक चोई डोंग-हून को भी इस फिल्म से बड़ा झटका लगा।** उनकी पिछली फ़िल्में दक्षिण कोरिया में बहुत सफल रहीं थीं। खास तौर पर ‘असैसिनेशन’ (Assassination, 2015) और ‘द थीव्स’ (The Thieves, 2012) जैसी दो फ़िल्मों ने 10 मिलियन से ज़्यादा टिकटें बेची थीं, और इसी वजह से वे दक्षिण कोरिया के सबसे मशहूर व्यावसायिक फिल्म निर्देशक बन गए थे। ‘एलियनॉइड’ ने चोई के करियर पर एक गहरा दाग लगाया।**
'एलियन+इंसान पार्ट 2' पोस्टर
**‘एलियनॉइड पार्ट 2’ (Alienoid: Return to The Future, 2024) पिछली फिल्म का सीक्वल है।** पहला भाग बॉक्स ऑफिस पर बुरी तरह से फ्लॉप हो गया था, परन्तु चोई ने दूसरा भाग पहली फिल्म के साथ ही शूट किया था। इसलिए निर्देशक चोई डोंग-हून और फिल्म निर्माता कंपनी के पास इस फिल्म को किसी भी तरह से सफल बनाने और अपने नुकसान को पूरा करने का दबाव है।
**‘एलियनॉइड’ (Alienoid) का दूसरा भाग पिछली फिल्म के क्लाइमेक्स से सीधे जुड़ा है।** पृथ्वी के वायुमंडल को बदलने की योजना पर अमल करने वाले एलियंस का षड्यंत्र अब भी जारी है और मुख्य किरदार ईयान (किम टै-री) को समय यात्रा के ज़रिए इस षड्यंत्र को नाकाम करने की चाबी ढूंढनी होगी।**
फ़िल्म की शुरुआत कहानी की पृष्ठभूमि और पात्रों को पेश करने में लगा दी जाती है। इस दौरान कई कॉमेडी के तत्व भी दिखाए जाते हैं। **ये कॉमेडी तत्व ज़्यादा प्रभावी नहीं होते, साथ ही पृष्ठभूमि समझाने के लिए बहुत सारे अजीबोगरीब नामों का इस्तेमाल किया गया है, जिससे दर्शक थक जाते हैं।** यह वही बात है जिसकी आलोचना पहले भाग में भी की गई थी।
**इस फ़िल्म में पात्र 2022 में आकर ऊर्जा प्राप्त करते हैं।** 14वीं शताब्दी से 21वीं शताब्दी में आए जादूगर ‘मुरुक’ (यू जून-योल) को एलियन तकनीक से बना ‘आयरन मैन सूट’ पहनाया जाता है। अपरिचित तकनीक देखकर हैरान होने वाले मुरुक इस तकनीक का इस्तेमाल करके एलियंस से लड़ते हैं, और इस दृश्य से दर्शकों को बहुत बड़ी ख़ुशी मिलती है। मध्ययुगीन कोरियाई सभ्यता और एलियन सभ्यता का मिलन इस फिल्म का मुख्य आकर्षण है, और आखिरी एक घंटे में यह आकर्षण पूरी तरह से प्रदर्शित होता है।**
लेकिन ये आकर्षण बहुत देर से दिखाया गया है, यह तो ज़रूर है। **दर्शक पहली फिल्म के बीच में ही देखना चाहते होंगे कि मध्ययुगीन कोरियाई जादूगर एलियन तकनीक से बना आयरन मैन सूट पहनता है।** यह आकर्षण पहली फिल्म में बिलकुल भी नहीं दिखाया गया, और दूसरी फिल्म में भी दर्शकों को उबाऊ शुरुआत को सहन करने के बाद ही यह देखने को मिलता है।
यहां पर यह बात ज़रूर ख्याल में आती है कि इस फ़िल्म को दो भागों में बनाने की ज़रूरत ही नहीं थी। पहला भाग पूरी तरह से कहानी की पृष्ठभूमि बनाने पर केंद्रित है। यह कहानी और इस दुनिया के आकर्षण को बिलकुल भी नहीं दिखाता है। दूसरे भाग में आकर कहानी वास्तव में शुरू होती है, और पहले भाग में बताई गई पृष्ठभूमि के बिना भी इसे आसानी से समझा जा सकता है।
‘एलियनॉइड पार्ट 2’ साइंस फिक्शन और फैंटेसी का मिश्रण है, और इसे देखने में काफी मज़ा आता है। परन्तु पहले भाग की असफ़लता का साया इस पूरी फिल्म पर छाया हुआ है। फ़िल्म देखने के बाद भी दर्शक थोड़ा निराश महसूस करते हैं।
टिप्पणियाँ0